PPN(KATNI) - 1857 की क्रांति की यादों को ताजा रखने एवं युवा पीढ़ी को आजादी की लड़ाई का महत्त्व बताने के उद्देश्य से तीन दिवसीय विजयराघवगढ़ महोत्सव मंगलवार से शुरू हुआ। आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत विजयराघवगढ़ के ऐतिहासिक किला परिसर में आयोजित विजयराघवगढ़ महोत्सव में मुख्य अतिथि के रुप में जिला पंचायत सीईओ जगदीश चन्द्र गोमे उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिये सन 1857 से पहले ही क्रांति का बिगुल बज गया था। उस समय देश की आजादी के लिये क्रांति की जरुरत थी और आज भी क्रांति के रुप में ही काम करने का समय है। क्रांति के रुप में ही काम करने से विकास संभव है और उसमें हर किसी की सहभागिता जरुरी है। उन्होने कहा कि जब तक प्रशासन, जनप्रतिनिधि मिलकर एक सिस्टम के साथ काम नहीं करते, तब तक पूर्ण विकास संभव नहीं। इससे पहले मुख्य अतिथि सीईओ जिला पंचायत श्री गोमे सहित मंचासीन जनपद अध्यक्ष गंगाराम चौधरी, पूर्व नगर परिषद् अध्यक्ष राकेश गुप्ता, निवृत्तमान कैमोर नगर परिषद अध्यक्ष गणेश राव, एसडीएम विजयराघवगढ़ महेश मण्डलोई सहित अन्यजनों ने अमर शहीद राजा सरयू प्रसाद सिंह के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि ने भी उदयराज सिंह ने शहीद राजा सरयू प्रसाद सिंह के जीवन पर प्रकाश डाला।स्थानीय कलाकारों ने दी प्रस्तुति
कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर तपस्या ग्रुप के कालाकारों ने वंदे मातरम व मध्यप्रदेश गान की प्रस्तुति दी। साथ ही स्थानीय ग्वाल मंडलियों की नृत्य की प्रस्तुति ने दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित किया। वहीं स्थानीय कलाकारों ने एकल नृत्य, एकल गीत आदि की एक से एक मनमोहक प्रस्तुतियां दीं।
महोत्सव में आज 23 फरवरी को किला परिसर में कवि सम्मेलन का आयोजन होगा। जिसमें स्थानीय सहित राष्ट्रीय स्तर के कवि अपनी रचनाओं का पाठ करेंगे। कल 24 फरवरी को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक संजय सत्येन्द्र पाठक की उपस्थिति में कार्यक्रम का समापन होगा। जिसमें विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति कलाकारों द्वारा दी जाएगी।
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