PPN(KATNI) - एक दिन का सांकेतिक कलेक्टर बनी दिव्यांग जुडो खिलाड़ी सुदामा चक्रवर्ती ने कुशल प्रशासक की भूमिका पूरे दिन भर निभाई, सुबह से शाम तक कलेक्टर के रूप में कार्य करने के बाद उनकी खुशी का ठिकाना नही रहा। सुदामा ने न केवल जिला प्रशासन का धन्यवाद किया, बल्कि अपने समर्थ अनुसार सभी की मदद का संकल्प भी लिया।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक दिन का सांकेतिक कलेक्टर बनी सुदामा चक्रवर्ती के दिन की शुरुआत करनी के फारेस्टर प्ले में फ्री टू फ्लाई एकेडमी द्वारा आयोजित वीरांगना 2022 स्वच्छता की दौड़ में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने से हुई। इस अवसर अपने संदेश में उन्होंने कहा कि कोमल है तू कमजोर नहीं, शक्ति का नाम ही नारी है।
इसके बाद वह कलेक्ट्रेट पहुँची और सांकेतिक कलेक्टर के रूप में पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा सहित अधिकारियों ने पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया और अपना परिचय दिया।
सांकेतिक कलेक्टर ने कलेक्टर श्री मिश्रा के साथ मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित होने वाली जनसुनवाई में बैठकर आवेदकों के आवेदनों पर सुनवाई की। आवेदनों को संबंधित विभाग के अधिकारियों को सौंपकर उनका निराकरण करने के निर्देश दिए। इसके बाद सांकेतिक कलेक्टर सुदामा चक्रवर्ती जिला पंचायत सभागार में आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक में शामिल हुई। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में दिव्यांगों, महिलाओं का पूरा ध्यान रखा जा रहा है लेकिन जिले में भी उनकी सुरक्षा आदि में कमी न हो, इसका ध्यान रखा जाना चाहिए।
दिनभर के विभिन्न कार्यक्रमों के बाद सांय काल महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नगर निगम आडिटोरियम में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम शामिल हुई। इस अवसर पर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर दिव्यांग जूडो खिलाड़ी सुदामा चक्रवर्ती को एक दिन का सांकेतिक कलेक्टर बनाए जाने के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। कलेक्टर श्री मिश्रा ने कहा कि पिछले वर्ष भी एक होनहार बालिका को सांकेतिक कलेक्टर बनाया गया था और इस साल भी दिवस पर यह आयोजन हुआ, जिसके पीछे भावना यह है कि जैसे हम आईकॉन के रूप में बड़े-बड़े लोगों को देखते हैं तो हम यह महसूस करें कि हमारे बीच में भी आईकॉन मौजूद हैं और उनसे भी हम प्रेरणा लें। उन्होंने कहा कि सुदामा का संघर्ष सभी के लिए प्रेरणादायी है और हम सबसे पहले अपने घरों में महिलाओं के लिए अच्छा वातावरण तैयार करें। जिला पंचायत प्रशासकीय समिति प्रधान श्रीमति पटेल ने कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में आगे हैं और बेटों की तरह ही बेटियों को पढ़ाएं और आगे बढ़ाएं।
सांकेतिक कलेक्टर सुदामा चक्रवर्ती ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज जो गौरव मुझे प्राप्त हुआ है, उसके लिए मैं जिला प्रशासन की आभारी हूं। मेरे माता पिता ने दिव्यांग होने के बाद भी मेरे प्रति जिस प्रकार की सोच रखी, उसी तरह हर माता-पिता अपनी बेटियों को लेकर सोच रखें तो सांकेतिक कलेक्टर नहीं बेटियां कलेक्टर बनकर उनका, जिले का नाम रोशन करेंगी। मैंने अपने मन की शक्ति का पहचाना और आज जूडो में अपनी पहचान बनाई। आगे भी वह पैरा ओलंपिक व ओलंपिक में देश के लिए खेलना चाहती हैं। सुदामा चक्रवर्ती ने कहा बालिकाएं अपनी कमजोरी की तरफ ध्यान न दें बल्कि अपनी ताकत को पहचाने और आगे बढ़ें। सुदामा के पिता छोटेलाल चक्रवर्ती ने भी प्रशासन का आभार व्यक्त किया और सुदामा के बचपन से लेकर अभी तक की मेहनत पर प्रकाश डाला।
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