RAID - तहसीलदार का बाबू रिश्वत लेते धरा गया, नामांतरण रुकवाने के नाम पर की थी डिमांड

PPN(KATNI) -  जमीन का नामांतरण रोकने के ऐवज में डेढ़ लाख की रिश्वत मांगने वाले तहसीलदार के बाबू को 50 हज़ार नगदी सहित लोकायुक्त की टीम ने रंगों हाथों गिरफ्तार किया है। मामला कटनी जिले के बरही तहसीलदार कार्यालय का है।

लोकायुक्त के निरीक्षक स्वप्निलदास के अनुसार 7 मार्च को फरियादी दिलराज अग्रवाल द्वारा लोकायुक्त जबलपुर के कार्यालय में शिकायत की गई थी, कि उनके द्वारा सोनम उपाध्याय को जमीन बेच गई थी, जिसका 10 लाख रुपये लेना शेष था। 

दिलराज को जानकारी लगी कि क्रेता पक्ष द्वारा नामांतरण के लिए बरही के तहसीलदार कार्यालय में आवेदन लगाया गया है। दिलराज ने नामांतरण रुकवाने के लिए तहसीलदार कार्यालय में पटवारी व क्लर्क उमेश निगम से संपर्क किया, तो उन्होंने डेढ़ लाख रुपये की मांग की।

दिलराज की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए कार्य योजना के तहत आज जब फरियादी द्वारा 50 हजार रुपए की रकम बाबू उमेश निगम को दी गई, तो मौके पर पहले से मौजूद जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने लिपिक उमेश निगम को रंगे हाथ धरदबोचा और कार्यवाही शुरू कर दी। उन्होंने बताया ही प्रार्थी और आरोपी के बीच हुई टेलीफोनिक बातचीत की रिकार्डिंग भी है, जिसमे लेन-देन की बात स्पष्ट है।
लोकायुक्त के द्वारा की गई कार्यवाही के बाद पूरे विभाग में हड़कंप की स्तिथि है। बहरहाल लोकायुक्त ने आरोपी बाबू के विरुद्ध अपराध दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है।


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