PPN(JABALPUR) - जबलपुर के पनागर में बागेश्वरधाम के कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री के रामकथा की दौरान डेढ़ वर्षीय बालिका की मौत होने की खबर है। बताया जाता है कि बच्ची की मौत दम घुटने के कारण हुई है। इस मामले की पुलिस में कोई शिकायत तो नही हुई है, लेकिन उसका पोस्ट मार्टम कराया गया है। पोस्ट मार्ट की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्यवाही सम्भव है।
जानकारी के मुताबिक कटनी जिले के ढीमरखेड़ा तहसील अंतर्गत ग्राम बांध निवासी मनोहर पटेल मंगलवार को अपने परिवार के साथ जबलपुर के पनागर में जारी बागेश्वरधाम के कथा वाचक धीरेंद्र शास्त्री की राम कथा सुनने पनागर गया था। कथा सुनने के दौरान ही उसकी डेढ़ माह की पुत्री देवांशी की तबियत बिगड़ने लगी, भीड़भाड़ के कारण वह मौके से निकलने की कोशिश करता रहा, लेकिन वहां से निकलने में उसे काफी वक्त लग गया। भारी मशक्कत के बाद मनोहर बेटी को लेकर बाहर निकला। तब तक देवांशी की हालत काफी खराब होचुकी थी, उसने सांस लेना बंद कर दिया था। माता-पोता का ह्रदय कहाँ मानता है, वह अपनी पुत्री को लेकर तत्काल जिला चिकित्सालय पहुंचे, जहां चिकित्सको ने उसे मृत घोषित कर दिया।सूत्र बताते है कि देवांशी की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। जानकर बताते है कि पंडाल में लगभग 1 लाख से ऊपर की भीड़ थी, जिसके कारण वहां काफी व ग्घटना की स्तिथि बनी हुई थी। देवांशी उस माहौल को बर्दास्त नहीं कर पाई।
इस पूरे मामले पर अभी तक पुलिस के पास कोई लिखित शिकायत नही है। एडिशनल एसपी सिटी जबलपुर प्रियंका शुक्ला के अनुसार पुलिस के पास यह जानकारी है कि कटनी जिले के ढीमरखेड़ा से डेढ़ साल की बच्ची को लेकर उसके माता पिता जबलपुर के पनागर में बने बागेश्वर धाम पहुचे थे और उसकी वही पर तबियत बिगड़ी जिसके बाद जब दिव्यांशी को लेकर 108 ऐंम्बुलेंस की मदद से जिला अस्पताल पहुचे, तो वहां पर डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच करेगी और बच्ची की पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा कि बच्ची की मौत कब और किन कारणों से हुई है।
गौरतलब है कि बागेश्वरधाम के पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री लगातार विवादों में है। इसके पहले मध्य प्रदेश के भिंड जिले के द दरौआ धाम मंदिर में मची भगदड़ के कारण मुरैना निवासी एक 55 वर्षीय महिला की दर्दनाक मौत हो गई थी।
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