PPN(KATNI) - स्कूल में तिलक लगाकर जाने की सजा, स्कूल से रेस्टीकेशन। वो भी जब हिंदुत्ववादी भाजपा की चवल इंजन की सरकार इस स्कूल के परिसर तक है, गजब है। मामला सामने आने के बाद आरएसएस से लेकर भाजपाइयों के कंठ सुख गए है, सब खामोश। क्योंकि अधिकांश भाजपाइयों के बच्चे सरस्वती स्कूल की बजाय इसी मिशनरी स्कूल में मंहगी फीस चुका कर पढ़ते है।
हासिल जानकारी के मुताबिक कटनी शहर के सिविल लाइंस स्तिथ सेंट पॉल हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ने वाले 11वीं कक्षा के छात्र के पिता लकी रोहरा ने आरोप लगाते हुए कहा कि मनन प्रतिदिन स्कूल तिलक लगाकर जाता था, उसे कई बार स्कूल के शिक्षकों द्वारा स्कूल में तिलक ना लगाकर आने की बात कही। मनन के द्वारा स्कूल में तिलक लगाकर आने से मिशनरी स्कूल के शिक्षक उससे नाराज रहते थे, यही वजह है कि उन्होंने उसे टीसी देकर स्कूल से बाहर कर दिया।
छात्र को स्कूल से टीसी दिए जाने के पीछे उसके अभिभावक तिलक लगाने का कारण बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सेंट पॉल स्कूल प्रबंधन इस बात को अनुशासनहीनता करार दे रहा है। स्कूल प्रबंधन की माने तो मनन अपने स्कूल के मित्रों के साथ कुछ दिन पहले वसुधा वाटरफॉल घूमने गया था जिसके चलते उसके ऊपर कार्यवाही की गई। अगर स्कूल प्रबंधन का यह दावा सही है तो फिर वसुधा वॉटरफॉल जाने वाले अन्य छात्रों के खिलाफ स्कूल प्रबंधन ने आखिर करवाई क्यों नही की। बाकी सभी छात्रों को तो स्कूल आने की अनुमति प्रबंधन ने दे दी लेकिन मनन के साथ एक छात्रा को टीसी थमा कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।
इस पूरे मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वी पाल सिंह का कहना है कि अभिभावकों द्वारा स्कूल से टीसी दिए जाने की शिकायत की गई है जिसका जवाब स्कूल से मांगा गया है। स्कूल ने छात्रों को टीसी किस वजह से दी अभी इसकी जानकारी उन्हे नहीं है।
वहीं मामले को तूल पकड़ता देख कलेक्टर ने जांच बाल कल्याण समिति को दे दी है।
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