LINE ATTECH - हटाई गई GRP TI अरुणा वाहने, महिला एवं नाबालिक को बेरहमी से पीटने का वीडियो हुआ वायरल

PPN(KATNI) - कटनी जीआरपी थाना प्रभारी अरुणा वाहने को रेल पुलिस अधीक्षक ने पद से पृथक कर जांच डीएसपी को सौंप दिया है। अरुणा वाहने के खिलाफ यह कार्यवाही एक वृद्ध महिला और नाबालिक बच्चे को बेरहमी से अपने ही चेम्बर में पीटने का वीडियो वायरल होने के बाद की गई है।


दरअसल बुधवार की शाम मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने x हेंडल पर एक वीडियो अपलोड किया, जो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में मानवीयता को शर्मसार करता हुआ नजर दिख रहा है। इस वीडियो में एक अधेड़ महिला एवं उसके नाबालिक नाती को कटनी जीआरपी टीआई अरुणा वाहने बेरहमी से पीटती हुई नजर आ रहा है। खास बात तो यह है कि जब मैडम मार-मार के थक जाती है, तब उनके खास चहेते स्टाफ आते है और वह भी अपनी क्रुरूरता दिखाते हुए बुजुर्ग महिला और उसके नाती को बेरहमी से पीटते नजर आ रहे हैं। 


इस संदर्भ में हासिल जानकारी के मुताबिक वीडियो अक्टूबर 2023 का बताया जा रहा है। कटनी जीआरपी ने रंगनाथ थाना अंतर्गत झर्रा टिकुरिया निवासी 15 साल के बालक दीपराज और उसकी दादी कुसुम वंशकार को बेरहमी से पीटा गया था। जिसका वीडियो अब वायरल हो रहा है।

जानकारी में यह भी पता चला है कि कुसुम वंशकार का बेटा और दीपराज का पिता दीपक वंशकार रेल पुलिस के लिए मोस्टवांटेड था और उस पर 10000 का इनाम भी घोषित था, जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी। दीपक वंशकार के ऊपर 17 मामले दर्ज है।
इस बात की पुष्टि रेल पुलिस अधीक्षक ने भी की है। उन्होंने अपने x हेंडल में जीआरपी टी आई अरुणा वाहने को पद से हटाने की जानकारी साझा करते हुए मामले की जांच डीएसपी रेल को सौंपने की बात का उल्लेख किया है।
सूत्र यह भी बताते है कि अरुणा वाहने ने जब से जीआरपी कटनी की कमान संभाली है, तब से विवादों में रही है। उन्होंने अपनी सक्रियता दिखाने के लिए मीडिया के कुछ लोगो को सेट कर खूब वाहवाही लूटी है। 

सूत्र यह भी बताते है कि अरुणा वाहने जब भी किसी को पकड़ती थी, तो वह जीआरपी थाने की बजाए एनकेजे स्तिथ चौकी में ले जाकर 4 से 5 दिन तक रख कर पूछताछ करती थी, आरोपी जब अपना जुर्म कबूल कर यह बताता था कि उसने माल किसको बेचा है, तो वो और उनकी टीम कड़ी दर कड़ी परते खोल कर वसूली किया करती थी। इस कार्य में वही, सिपाही शामिल है जो वीडियो में मेडम के थकने के बाद मेहनत करते दिख रहे है।
इस बात का ताजा उदाहरण हाल ही में सराफा कारोबारियों ने भी उन पर आरोप लगाते हुए विधायक को ज्ञापन सौंपा था। 
मैडम और उनके मातहतो की तमाम करतूतों की परत उनके द्वारा अर्जित सम्पत्ति/बेनामी संपत्ति की जांच से ही खुलेगी, लेकिन ऐसा होगा नही। क्योंकि?




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