PPN(KATNI) - न तो बिजली है, ना ही पानी। फिर भी पिछले दो वर्षों से लगातार प्रधानमंत्री आवास का लगातार आवंटन किया जा रहा है। हितग्राहियों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि वह इस मकान का करे, तो करे क्या? पक्का मकान मिलने का सपना पूरा होने के बाद उन्हें किराए मकान में रहना पड़ रहा है। मकान का किराया और बैंक की किस्त उनके जी का जंजाल बना गया। यह कहानी है नगर निगम कटनी की।
कटनी में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एनकेजे स्थित प्रेम नगर में नगर निगम कटनी द्वारा मल्टी स्टोरी बिल्डिंग का निर्माण कराया गया है, जैसे-जैसे निर्माण पूरा होते का रहा है वैसे वैसे आवंटन भी किया जा रहा है। पिछले दो वर्षों से केंद्रीय विद्यालय के सामने की तरफ मल्टी का आवंटन किया जा रहा है, नगर निगम के जनप्रतिनिधि चाबी सौंप कर फोटो खिंचवाते हुए वाहवाही बटोर रहे हैं और हितग्राहियों को गृह प्रवेश के लिए प्रोत्साहित भी कर रहे है। लेकिन हितग्राहियों के सामने सबसे बड़ी समस्या बिजली और पानी की है। लगभग 4 सौ से अधिक लोगों को यहां मकान आवंटित हो चुके हैं। इन लोगोक पक्के मकान का सपना तो पूरा हो गया, लेकिन वे इसमें रह नहीं पा रहे है, बिना बिजली पानी के मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में रहना कल्पना के बाहर की बात है। जिन्हें मकान आवंटित हुए है उन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। एक तो मकान मिलने के बाद भी वह किराए के मकान में रह कर गुजर बसर कर रहे है, दूसरी ई एम आई। समित कमाई में किराया और ई एम आई दोनों की मार ने उनका बजट बिगाड़ दिया है। कई हितग्राहियों की तो किस्त बाउंस हो रही है, दोराहे में खड़े मुसीबत के मारे करे भी तो करें क्या?
कटनी में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बनाए गए मकानों में भ्रष्टाचार और मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी को लेकर युवा कांग्रेस ने नगर निगम कार्यालय का घेराव करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी करते हुए नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपा है। इस दौरान क्षेत्रीय जनता भी अपनी समस्याओं के साथ निगम दफ्तर पहुंची और आयुक्त के सामने दर्द बयां किया।
युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष दिव्यांशु मिश्रा अंशु का कहना है कि नगर निगम ने दो साल पहले गरीबों को पीएम आवास की चाबी सौंप दी थी, लेकिन अब तक वहां पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गईं। निर्माण कार्य भी पूरी तरह घटिया स्तर का किया गया है। मकानों में बड़ी-बड़ी दरारें आ चुकी हैं, टाइल्स और पाइप उखड़ रहे हैं। इन खामियों के प्रमाण स्वरूप तस्वीरें भी आयुक्त को सौंपी गईं। पीड़ित परिवारों ने भी शिकायत करते हुए बताया कि वे लोग बिजली पानी के आभाव में आज भी किराए के मकानों में रहने को मजबूर हैं। बैंक की ईएमआई और किराए का दोहरा बोझ उनकी कमर तोड़ रहा है। लोगों का कहना है कि वे सांसद, विधायक और महापौर तक कई बार गुहार लगा चुके हैं, यहां तक कि मुख्यमंत्री ऑनलाइन पोर्टल पर भी शिकायत की गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
युवा कांग्रेस अध्यक्ष अंशु मिश्रा ने नगर निगम प्रशासन को 10 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी कि यदि बिजली-पानी की समस्या दूर नहीं की गई और मकानों की मरम्मत नहीं हुई, तो युवा कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी और नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों को कोर्ट तक घसीटा जाएगा।
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