Election 2023 - आखिर कटनी से क्यों किनारा काट रहे शिवराज, नेताओं का आपसी मतभेद तो नही मुख्य कारण

PPN(KATNI) - चुनावी समर में प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान पूरे प्रदेश के एक-एक विधानसभा जाकर घोषणाओं की मूसलाधार बारिश कर रहे है, वहीँ कटनी की लगातार उपेक्षा भी कर रहे है। वह न जाने क्यों कटनी आने से बच रहे है। उनका यह रुख 4 सीटों पर भारी पड़ने वाला है।


पूरे प्रदेश में घूम-घूम कर रेवाड़ी बांटने वाले शिवराज कटनी को क्यो कर रहे दर किनार, क्यो कटनी से किनारा काट रहे है, क्यो कटनी नही आना चाहते है, जबकि कटनी के अगले बगल हर दूसरे-तीसरे दिन उनकी रोड-शो और सभाएं हो रही है। यह बात कटनी वासियों में चर्चा का विषय बनी हुई है। चुनावी समर की शुरुआत में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बहोरीबंद के बड़ागाँव में सरकारी खर्चे पर एक रोड किया था, उसके बाद से उन्होंने कटनी जिले की किसी भी विधानसभा में कदम नही रखा है, जबकि कटनी से लगे अन्य जिलों में उनका लगातार दौरा और रेवाड़ी बांटने का कार्यक्रम जारी है।

लोगो मे बढ़ रहा आक्रोश
दो दिन पूर्व ही कटनी में सुबह-सुबह अचानक मुख्यमंत्री ने वर्चुअल भूमिपूजन और लोकार्पण का कार्यक्रम किया। एकाएक लगा कि अचानक आचार संहिता लगने वाली है, इसलिए आनन-फानन में शिवराज ने यह कार्यक्रम रख लिया। वर्चुअल कार्यक्रम में भी शिवराज के मुख से कटनी के लिए कोई रेवाड़ी नही निकली, जिसकी कटनीवासियों को भारी आस है। वही दूसरे ही दिन कटनी से मात्र 60 किलोमीटर दूर मुख्यमंत्री शिवराज के मैहर पहुंच कर सभा करने से कटनी वासियो का सारा का सारा भ्रम टूट गया, बात यहीं समाप्त नही हुई, मैहर से लौटते वक्त बायपास के एक ढावे पर रुककर वह कलेक्टर व एसपी से मिले, लेकिन कटनी को कोई समय नही दिया,
कटनी की हुई उपेक्षा से जनाक्रोश बढ़ गया है।

प्रदेश अध्यक्ष के क्षेत्र में अंतर्कलह
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का कटनी न आना जनचर्चा का विषय बना हुआ है। लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। अधिकांश लोग इसका मुख्य कारण बीजेपी में मची अंतर्कलह को मान रहे हैं। संगठन की बागडोर संभाल रहे, भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक टण्डन की पार्टी में कोई पकड़ नही है, तो विधायको का मनमुटाव किसी से छिपा नही है। यह हाल तब है जब यहां के सांसद वी डी शर्मा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष है। उनके खुद के क्षेत्र में जब यह स्तिथि है, तो पूरे प्रदेश का क्या हाल होगा, सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।

मेडिकल कॉलेज न मिला तो गई भाजपा
कटनी को यदि मेडिकल कालेज नही मिला तो कटनी जिले की चारो सीटों से भजपा को विधानसभा ही नही, लोकसभा चुनाव में हाथ तो धोना पड़ेगा। कटनीवासी लम्बे समय से कटनी में मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज जैसे उच्च शैक्षणिक संस्थानों की आस लगाकर मांग कर रहे है, इसके लिए आंदोलन भी कई स्तरों व चरणों पर किया गया है, लेकिन अब तक हाथ खाली के खाली है, शायद यही कारण है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह कटनी आने को तैयार नही, क्योकि उनके पिटारे में कितनी को देने के लिए ये सौगात है ही नही। समय रहते कटनी आकर शिवराज कटनी को कुछ नही देंगे, आचार संहिता लगने के बाद आकर यह के भोले भाले लोगो को गुमराह करेंगें, की कितनी मेरी सांसो में बसता है। कटनी मेरे सपनों में आता है, कटनी को प्रदेश का सबसे विकसित जिला बनाऊंगा, आदि-आदि। जैसा की वह पहले कई चुनावो में कर चुके है।

अब कटनी की जनता को तय करना है कि वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के झांसे में फंसते है, जिनके पास कटनी जिले को देने के लिए कुछ है ही नही। या फिर यहां के वर्तमान विधायकों के झांसे में, जो आपसी खींचतान कर कटनी जिले के विकास को बाधित किये हुये है।

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